हर्निया कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं और इसका इलाज भी इस पर निर्भर करता है कि मरीज को कौन-सा हर्निया है। हर्निया तब होता है जब किसी अंग की
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ट्रीटमेंट को शार्ट में आईवीएफ ट्रीटमेंट कहते हैं। पहले इसे “टेस्ट-ट्यूब बेबी” के नाम से भी जाना जाता था। दरअसल
सर्वोदय अस्पताल (मल्टी-स्पेशलिटी) और ट्रॉमा सेंटर की स्थापना डॉ. वाई.वी. 1998 में सिंह (एमबीबीएस, एमएस ऑर्थोपेडिक्स) और डॉ (श्रीमती) राका सिंह
हृदय हमारे शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है, जो दिन में लगभग 1 लाख बार धड़कता है। हमारा हृदय चेस्ट के बाईं ओर स्थित होता है, जो 24 घंटे में पूरे
हृदय रोग दुनिया भर में मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। अगर हम इससे मरने वाले लोगों के आंकड़ों की बात करें तो दुनिया भर में इसके अकड़े चौकाने
ऐसी बहुत सी बीमारियां हैं जो जन्मजात होती हैं और कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जो समय के साथ व्यक्ति को बीमार बना देती है। आज हम ऐसी ही एक बीमारी के
अक्सर देखा जाता है कि कभी-कभी दुर्घटना, चोट, जन्मजात बीमारियों के कारण व्यक्ति के एक या दोनों पैरों को काटना पड़ता है। जबकि कुछ मामलों में,
ब्रेन ट्यूमर क्या होता है ब्रेन ट्यूमर आपके मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं का जमाव होता है। आपके मस्तिष्क को ढँकने वाली खोपड़ी बहुत कठोर
ब्लड कैंसर, जिसे ल्यूकेमिया भी कहा जाता है, ब्लड में मौजूद वाइट ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है। इसका मुख्य कारण यह है कि ब्लड सेल्स के जीन में
ब्रेन ट्यूमर ब्रेन से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। इसमें ब्रेन की कोशिकाएं अचानक तेज़ी से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप में एकत्रित हो जाती हैं।