जानिए पीसीओडी की समस्या में क्या खाना चाहिए ?

देश भर में महिलाओं में PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। PCOD के कारण समस्याएं उठ रही हैं, जिससे उन्हें मासिक धर्म संबंधित दिक्कतें, वजन वृद्धि, और गर्भावस्था में समस्याएं हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सही जानकारी और समय पर उपचार से इस समस्या का समाधान संभव है। महिलाओं में PCOD के मामलों में वृद्धि की गई है, और यह चिंताजनक है कि बढ़ती आधुनिक जीवनशैली और तनाव के कारण इसका प्रकार बदल रहा है। इससे संज्ञानशीलता में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन जानकारी और सचेतता अभी भी कम है।

 

पीसीओडी के मामलों में सही जानकारी और समय पर उपचार से महिलाओं को इस समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है। चिकित्सा पेशेवरों की सलाह के मुताबिक, नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, और तनाव कम करने के उपाय इस समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। पीसीओडी के मामलों में उचित चिकित्सा सलाह लेकर महिलाएं अपने स्वास्थ्य को नियंत्रित कर सकती हैं, और इससे उनकी जीवनगत स्वास्थ्य सुधर सकती है

 

 

 

पीसीओडी के लक्षण किस प्रकार नज़र आते हैं?

 

 

महिलाओं में कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिनसे कि पीसीओडी की समस्या का पता लग जाता हैं। महिलाओं में पीसीओडी की समस्या आम होती हैं इसके चलते उसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और समय पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। महिलाओं में पीसीओडी के लक्षण कुछ इस प्रकार दिखते है जैसे की-

 

 

  • अनियमित पीरियड्स आना
  • पीरियड्स का बिलकुल बंद हो जाना
  • वजाइना से ज्यादा ब्लीडिंग होना
  • मूड़ का बदलते रहना
  • कंसीव करने में समस्या आना
  • हार्मोन में असंतुलन
  • वजन बढ़ना शुरू होना
  • चेहरे पर मुहांसो का आना
  • चेहरे पर तेजी से बाल आना
  • पेट, जांघ और छाती पर बाल बढ़ने लगना
  • बालों का झड़ना
  • पेल्विक दर्द होना
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • चेहरे की स्किन का ऑयली होना
  • थकान होना
  • बाल पतले होना
  • बांझपन
  • सर दर्द होना
  • नींद ना आना
  • डायबिटीज टाइप-1 का होना
  • ओवरी में गांठ बन जाना

 

 

 

पीसीओडी की समस्या कितने दिनों में ठीक होती हैं?

 

 

पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) एक जटिल विकार है, और इसकी समस्याएं पूरी तरह से ठीक नहीं होती हैं। लेकिन, पीसीओडी के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है और उपचार से महिलाओं को सामान्य जीवन जीने में मदद मिल सकती है। कई महिलाओं को कुछ हफ्तों या महीनों में लक्षणों में सुधार दिखाई दे सकता है, जबकि अन्य को अधिक समय लग सकता है, परन्तु यह समस्या 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाती हैं।

 

 

 

पीसीओडी की समस्या में महिलाओं को क्या खाना चाहिए?

 

 

पीसीओडी की समस्या में महिलाओं को स्वस्थ और पौष्टिक भोजन का सेवन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यहां कुछ खाद्य पदार्थों की सूची है जो पीसीओडी की समस्या में महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकती है:

 

 

  • सब्जियाँ और फल: अधिकतम अन्न का सेवन करने के लिए सब्जियाँ और फल अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। ये अंतिम विटामिन्स, मिनरल्स, और फाइबर प्रदान करते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।

 

  • प्रोटीन: उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन स्रोत जैसे कि दूध, दही, पनीर, अंडे, और सोया उत्पाद पीसीओडी के मामलों में महिलाओं के लिए लाभकारी हो सकते हैं।

 

  • पौष्टिक अनाज: उच्च फाइबर अनाज जैसे कि ब्राउन राइस, ओट्समील, रोटी, और धान का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।

 

  • अश्वगंधा: अश्वगंधा पीसीओडी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। यह स्त्री के हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद करता है और तनाव को कम करने में सहायक होता है।

 

  • पुदीने की चाय: पुदीने की चाय पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में एण्ड्रोजन के स्तर को कम करती है। पीसीओडी से परेशान महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन जैसे एण्ड्रोजन की मात्रा अक्सर बढ़ जाती है। पुदीने की चाय आपके हार्मोन को बैलेंस करने और पीरियड्स को नियमित करने के लिए बहुत फायदेमंद चायों में से एक है। इसका एंटी-एंड्रोजेनिक प्रभाव होता है।

 

  • अंजीर: अंजीर आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम, जिंक और मिनरल्‍स का बहुत अच्छा स्रोत है। इसके सेवन से न केवल पीसीओडी की समस्‍या में राहत मिलती है बल्कि यह आपके पीरियड्स को भी रेगुलर करता है।

 

  • तिल के बीजों: तिल के बीजों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन ई होता है जो महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन उत्पादन बढ़ाता है और पीसीओडी लक्षणों से निपटने में मदद करता है।

 

  • दालचीनी: दालचीनी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसको लेने से शरीर की कई समस्याएं आसानी से दूर होती हैं। पीसीओडी की समस्या होने पर दालचीनी का सेवन करने से इस बीमारी से निजात पाया जा सकता हैं।

 

  • मुलेठी: मुलेठी के सेवन से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आती है और पीरियड्स भी समय पर होते हैं। यह शरीर के लिए अधिक फायदेमंद भी रहती हैं।

 

  • तुलसी: औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। तुलसी का सेवन करने से अनियमित पीरियड्स और पीसीओडी की समस्या आसानी से ठीक होगी।

 

  • सेब का सिरका: सेब का सिरका सेहत की कई परेशानियों को आसानी से दूर करता हैं। पीसीओडी की समस्या होने पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

 

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