भारत में लिवर कैंसर का इलाज कहां कराएं, जानिए इसके इलाज

लिवर कैंसर क्या हैं ?

 

लिवर शरीर के भीतर का सबसे अहम् तथा बड़ा अंग हैं और यह व्यक्ति के शरीर के लिए बहुत मह्त्वपूर्ण होता हैं। लिवर कैंसर को हेपेटिक कैंसर भी कहा जा सकता है। लिवर पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से मे रिब केज के नीचे स्थित होता है। लिवर कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो लिवर की कोशिकाओं को प्रभावित करती है और तब होती हैं जब असामान्य कोशिकाओं तेजी से बढ़ती हैं और सामान्य कोशिकाओं के लिए अपर्याप्त जगह छोड़ती हैं।

 

 

लिवर कैंसर के लक्षण क्या होते हैं ?

 

लिवर कैंसर की शुरुआत मे मरीजों को विशेष लक्षण महसूस नहीं होते हैं परन्तु अगर लिवर कैंसर की स्थिति समय के साथ बढ़ने लगती हैं तो कुछ कारण इस प्रकार होते है।

 

  • वजन कम होना।
  • भूख कम लगना।
  • कमजोरी और थकन महसूस होना।
  • पेट में सूजन तथा पैरों में सूजन आना।
  • उलटी होना।
  • भुखार आना तथा जी मचलना।
  • पीलिया होना
  • खुजली होना।
  • दाहिने कंधे में दर्द।

 

यह बीमारी आमतौर पर शुरुआत में उभर कर नहीं आती वो इसलिए क्योकि यह सारे लक्षण सामान्य संक्रमण में भी आते हैं परन्तु अगर किसी व्यक्ति को यह लक्षण अपने शरीर में नज़र आते हैं तो व्यक्ति को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए तथा जाँच करानी चाहिए।

 

 

लिवर कैंसर का इलाज।

 

कैंसर होना आम बात नहीं हैं परन्तु अगर किसी व्यक्ति को लिवर कैंसर होता हैं तो वह अपना इलाज अवश्य करा सकता हैं। इसका इलाज कैंसर की स्टेज पर आधारित होता है। अगर व्यक्ति का कैंसर सामान्य होगा तो इलाज उसी प्रकार किया जाएगा यदि कैंसर बड़ा तथा गंभीर होगा तो उस प्रकार इलाज होगा। लिवर कैंसर का इलाज किन तरीको से किया जाता हैं:-

 

हेपेटेक्टमी (Hepatectomy): हेपेटेक्टमी एक प्रमुख लिवर सर्जरी होती है। जो की लिवर कैंसर में करी जाती हैं। हेपेटेक्टमी में लिवर के रोगग्रस्त हिस्से को निकाल लिया जाता हैं। रोगी के लिवर का कुछ हिस्सा निकलने के बाद भी वह जीवित रह सकता है , यह इसलिए होता है क्योकि लिवर में फिर से विकशित होने की क्षमता पूर्ण रूप से होती है।

 

कीमोथेरेपी (chemotherapy): कीमोथेरेपी से भी लिवर कैंसर का इलाज किया जा सकता है। कीमोथेरेपी कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती है, यह रोगी को दवाई के माध्यम से दी जाती हैं। इस इलाज में रोगी को कई समस्या का सामना करना पड़ता हैं। कीमोथेरेपी में जो दवाइओं का सेवन मरीज करते है उनसे उन्हें उलटी, शरीर में दर्द, ठण्ड लगना , भूक कम कगना आदि कष्टों का सामना करना होता है।

 

एबलेशन (Ablation): एबलेशन भी कुछ कीमोथेरेपी जैसा इलाज हैं यह इलाज भी कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करता हैं। परन्तु इस इलाज में रोगी को बेहोस करके इंजेक्शन द्वारा इलाज किया जाता है।

 

रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy): रेडिएशन थेरेपी में हार्ट एनर्जी वाले रेडिएशन का इस्तेमाल करके कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। इस इलाज में भी रोगी को उलटी तथा त्वचा की समस्या हो सकती है।

 

लिवर ट्रांसप्लांट (liver transplant): लिवर शरीर का एकमात्र ऐसा अंग होता है जो की फिर से बन सकता है तथा विकशित हो सकता है। जिससे की रोगी फिर से स्वस्थ रह सकता है। लिवर ट्रांसप्लांट में रोगी के ख़राब लिवर को स्वस्थ लिवर से बदला जाता है। यह सर्जरी तब की जाती है जब लिवर कैंसर बाकि अंगो तक न फैला हो। लिवर ट्रांसप्लांट में अगर रोगी के लिवर को आधा स्वस्थ लिवर में भी बदला जाये तो वह फिर से विकशित हो सकता हैं। लिवर ट्रांसप्लांट(liver transplant) के लिए सबसे आवश्यक एक डोनर होता हैं जिसके लिवर का थोड़ा सा भाग रोगी को दिया जाता हैं।

 

लिवर ट्रांसप्लांट के लिए डोनर की क्या आवश्यकताएं होनी चाहिए।

 

  1. डोनर की उम्र 18 से 60 साल के बीच में होनी चाहिए।
  2. डोनर का स्वस्थ्य तथा निरोगी होना बहुत आवश्यक हैं।
  3. डोनर का ब्लड ग्रुप जो होता हैं वह पर्याप्तकर्ता से मिलना चाहिए।
  4. डोनर का वजन सामान्य होना चाहिए ( न ज्यादा न कम )
  5. डोनर किसी भी तरह का नशीला पदार्थ का सेवन न करता हो।
  6. डोनर शारीरिक तथा मानसिक रूप से डॉक्टर से परामर्श ले चूका हो।

 

 

क्या हैं लिवर कैंसर होने के कारण।

 

  • यदि परिवार में किसी व्यक्ति को लिवर से सम्बंधित बीमारी या इतिहास में किसी को लिवर कैंसर रहा हो तो इस बीमारी के होने की संभावना ज्यादा रहती हैं।
  • मधुमेह (diabetes) वाले रोगिओं को भी लिवर कैंसर होने का खतरा रहता हैं।
  • फैटी लिवर भी लिवर कैंसर की तरफ इशारा करता है इससे भी लिवर कैंसर जैसी बीमारी हो सकती हैं।
  • शरीर का बहुत मोटापा भी लिवर कैंसर का कारण बन सकता हैं।
  • हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी होने से भी व्यक्ति को लिवर कैंसर होने की पूरी संभावना होती हैं।
  • अधिक से अधिक शराब तथा धूम्रपान का सेवन करने भी लिवर कैंसर होता है।
  • सिरोसिस होने से भी लिवर कैंसर हो सकता हैं।

 

 

भारत में लिवर कैंसर का इलाज कहां कराएं। (Where to get liver cancer treatment in India in Hindi)

यदी आप भारत में लिवर कैंसर का इलाज कराना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा बताए गए इनमें से कोई भी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवा सकते हैं :

 

लिवर कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली के बेस्ट अस्पताल।

 

 

लिवर कैंसर के इलाज के लिए गुरुग्राम के बेस्ट अस्पताल।

 

 

लिवर कैंसर के इलाज के लिए मेरठ के बेस्ट अस्पताल।

 

  • सुभारती अस्पताल, मेरठ
  • आनंद अस्पताल, मेरठ

 

लिवर कैंसर के इलाज के लिए हापुड़ के बेस्ट हस्पताल।

 

  • शारदा अस्पताल, हापुड़
  • जीएस अस्पताल, हापुड
  • बकसन अस्पताल, हापुड़
  • जेआर अस्पताल, हापुड़
  • प्रकाश अस्पताल, हापुड़

 

यदि आप इनमे से कोई अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।

 

 

 

लिवर सर्जरी के बाद रिकवरी में कितना समय लगता हैं।

 

 

लिवर कैंसर की सर्जरी के बाद रोगी को बहुत स्वस्थ रहने तथा खान पान की जरूरत अधिक रहती हैं ताकि जो लिवर है वह जल्द ही विकसित हो पाए तथा रोगी स्वस्थ हो जाये। सर्जरी के बाद डॉक्टर मरीज को 7 दिनों तक हस्पताल में रखते है ताकि मरीज रिकवर हो सके। सर्जरी के 8 सप्ताह तक मरीज को अधिक वजन नहीं उठाना चाहिए। लिवर की सर्जरी के बाद 2 – 3 महीनो में मरीज बिलकुल स्वस्थ हो जाता हैं तथा जो लिवर होता हैं वो भी विकशित होना शुरू हो जाता हैं।

 

 

यदि आपको इससे जुड़ी कोई समस्या है और अगर आप इसका इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे संपर्क कर सकते हैं। हमसे संपर्क करने के लिए हमारे इस व्हाट्सएप नम्बर (+919599004311) या हमें connect@gomedii.com पर  ईमेल कर सकते हैं।


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