सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षण – गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर

 

सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा से उत्पन्न होने वाला कैंसर है। यह कैंसर कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि के कारण होता है, जो शरीर के अन्य भागों में फ़ैल सकता हैं। आमतौर पर शुरुआत में सर्वाइकल कैंसर के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। लेकिन बाद में इसके लक्षणों में असामान्य योनि से रक्तस्राव, पेल्विक दर्द या संभोग के दौरान दर्द होना शामिल हो सकते हैं।

 

अधिकांश सर्वाइकल कैंसर फ्लैटंड और स्क्वैम्श कोशिकाओं के बढ़ जाने की वजह से होते हैं। यह कैंसर ह्यूमन पैपीलोमा वायरस (एचपीवी) (Human Papilloma virus (HPV)) की वजह से होता है।

 

 

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

 

 

इसके शुरुआती लक्षणों में अधिक ब्लीडिंग होना, पीरियड के बीच में स्पॉटिंग आदि शामिल हैं। आमतौर पर सर्वाइकल कैंसर के लक्षण का एडवांस स्टेज में ही इसका पता चल पाता है, लेकिन इस बीमारी को पैप स्मीयर टेस्ट के जरिये इसका पता लगाया जा सकता है। अगर सही समय पर इसका पता चल जाए, तो इसका इलाज भी संभव है। आइये जानें इसके लक्षणों के बारे में।

 

 

असामान्य रक्तस्राव

 

अगर संबंध बनाने के बाद अधिक मात्रा में रक्तस्राव या फिर तेज दर्द होने की समस्या रहती है, तो यह सर्वाइकल कैंसर का लक्षण हो सकता है।

 

 

वाइट डिसचार्ज

 

अधिक मात्रा में वजाइना से सफेद बदबूदार पानी का रिसाव होना भी सर्वाइकल कैंसर का लक्षण है। इसे भूलकर भी नजर अंदाज़ न करे और तुरंत ही अपने विशेषज्ञ से इस बारे में बात करें और टेस्ट करवाएं।

 

 

पेट के निचले हिस्से में दर्द

 

महिलाओं को आमतौर पर मासिक धर्म के वक़्त पेट के निचले हिस्से में बहुत अधिक दर्द रहता है। लेकिन, अगर यही दर्द मासिक धर्म के अलावा हो तो इसे हल्के में ना लें और तुरंत डॉक्टर से बात करें।

 

 

संबंध बनाने में दर्द

 

संबंध बनाने के दौरान गुप्तांग में दर्द महसूस होना भी सर्वाइकल कैंसर के कारणों में से एक है। इसके अलावा संबंध बनाने के बाद गाढ़ा बदबूदार पदार्थ का स्राव भी सर्वाइकल कैंसर का एक लक्षण है।

 

 

यूरीन की समस्या

 

अगर आपके पेशाब की थैली में दर्द रहता है तो हो सकता है सर्वाइकल कैंसर का लक्षण है। जब कैंसर यूरीन की थैली तक पहुंच चुका होता है तब यह लक्षण दिखता है। ऐसा गर्भाशय ग्रीवा की जलन कि वजह से होता है, जो कि सेक्‍स या पीरियड होने पर तेज हो जाता है।

 

 

अत्यधि‍क थकावट

 

अगर आप आराम करने के बाद भी अत्यधि‍क थकान महसूस करती हैं, तो डॉक्टर से तुरंत मिलकर जांच करवाएं। जब किसी को सर्वाइकल कैंसर होता है तो उसमे एनिमिया की संभावना काफी बढ़ जाती है. जिस वजह से भूख नहीं लगती है और ऊर्जा की कमी और कमजोरी भी हो सकती है।

 

 

सर्वाइकल कैंसर का ट्रीटमेंट

 

 

अगर सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के बारे में शुरुआती स्टेज पर ही पता चल जाए तो इसका ट्रीटमेंट किया जा सकता है।

 

  • इसीलिए महिलाओं को नियमित रूप से अपनी जांच करवानी चाहिए। किसी भी समस्या को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।

 

  • महिला को हर तीन साल पर पैप स्मीयर टेस्ट करवाना चाहिए। इससे बीमारी का पता लगाया जा सकता है।

 

  • एचपीवी वायरस (HPV Virus )से बचाव के लिए लगाए जाने वाले टीके भी लगवाने चाहिए।

 

 

  • रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वस्थ भोजन का सेवन करना चाहिए।

 

  • नियमित रूप से रोज एक्सर्साइज़ करना चाहिए।

 

 

सर्वाइकल कैंसर के सामान्य लक्षण भूख कम लगना, वजन कम होना, थकान महसूस करना, एनीमिया और बोन फ्रैक्चर आदि हैं। अगर आपको इस लेख में बताये गए लक्षण नजर आते है हो, तो आप तुरंत ही डॉक्टर से जांच कराएं। वैसे सर्वाइकल कैंसर से बचने का एक आसान उपाय पैप टेस्ट है। अगर आप नियमित रूप से अपना पैप टेस्ट करवाती रहती हैं, तो आप पूरी तरह से इस बीमारी से बच सकती हैं।

 

 

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