फोलिक एसिड की कमी के लक्षण

 

 

मल्टीटास्किंग के कारण महिलाएं सुबह से शाम तक काम करती हैं। इसके कारण, वह अपने भोजन और स्वास्थ्य पर भी ध्यान नहीं देती है, जिसके कारण उसके शरीर में फोलेट की कमी हो जाती है। इसकी कमी से न केवल शरीर में कमजोरी आती है, बल्कि अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि महिलाएं इसकी कमी को पहचानें और शरीर में इसकी जरूरत को पूरा करें।

 

 

फोलिक एसिड (Folic acid) क्या है

 

 

फोलिक एसिड (Folic acid) को विटामिन बी -9 या फोलेटिन और फोलेट के रूप में भी जाना जाता है। ये विटामिन बी -9 के पानी में घुलनशील (Soluble) रूप हैं। यह प्राकृतिक रूप से दालों और हरी सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में फोलेट (Follett) के रूप में होता है। आपके शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) और डीएनए (DNA) का निर्माण करने के लिए फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। पोषक तत्वों (Nutrients) को ठीक से अवशोषित (Absorbed) करने के लिए यह आवश्यक है। फोलिक एसिड मस्तिष्क, तंत्रिका तंत्र और रीढ़ की हड्डी के तरल पदार्थ के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह तंत्रिका ट्यूब (neural tube) जन्म दोषों को रोकता है जैसे कि स्पाइना बिफिडा (मेरुदंड)। गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग गर्भपात (Abortion) के खतरे को कम करता है।

 

 

फोलिक एसिड की कमी के कारण

 

 

  • पाचन संबंधी समस्या (Digestive problems)

 

पाचन में सुधार के लिए फोलिक एसिड आवश्यक है। यह पेट में एसिड के उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है। इससे पाचन तंत्र (Digestive System) बेहतर कार्य कर पाता है। लेकिन इसकी कमी के कारण कब्ज, ऐंठन, दस्त और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

 

 

  •  त्वचा का पीला पड़ना (Pale skin)

 

हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) एक प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) में मौजूद होता है। ये कोशिकाएँ फेफड़ों से शरीर के ऊतकों (Tissues) तक ऑक्सीजन (Oxygen) ले जाती हैं। फोलिक एसिड की कमी से आपके शरीर में लाल रक्त कण (Red blood cells) कम हो जाते हैं, जिससे त्वचा रूखी (Dry skin) हो जाती है।

 

 

  • सांस लेने में कठिनाई (Difficulty breathing)

 

जब शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है, तो आपको सांस लेने में परेशानी होती है। इससे पता चलता है कि आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी है। यह फोलिक एसिड की कमी के कारण होता है। इसके अलावा, सांस में कमी दिल (heart) की दर में वृद्धि का संकेत है।

 

 

 

फोलिक एसिड की कमी के लक्षण

 

 

शरीर में फोलेट की कमी के कारण महिलाओं को थकान, चक्कर आना और सांस फूलना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। त्वचा का पीला पड़ना भी इसकी कमी का संकेत है। इसके अलावा अनियमित दिल की धड़कन, वजन कम होना, हाथों और पैरों का सुन्न होना, मांसपेशियों में कमजोरी और मानसिक भ्रम या बार-बार भूल जाना भी इसकी कमी के लक्षण हैं।

 

 

  1. दिल का दौरा और स्ट्रोक (Heart attack and stroke)

 

शरीर में फोलेट की कमी से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। दरअसल, फोलेट नियमित रूप से शरीर में हीमोसिस्टीन के स्तर को बनाए रखता है। फोलेट की कमी से हेमोसिस्टीन का स्तर भी कम हो जाता है, जिससे दिल के रोगों के साथ-साथ दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।

 

 

 

  1. मानसिक विकार (Mental Disorders)

 

इसकी कमी से महिलाओं में तनाव, अवसाद, साइक्लोथिमिया और निर्जलीकरण जैसी मानसिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

 

 

  1. रक्ताल्पता (Anemia)

 

शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स का उत्पादन करने के लिए फोलेट बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसी स्थिति में इसकी कमी के कारण महिलाओं में एनीमिया की समस्या हो सकती है।

 

 

  1. कैंसर (Cancer)

 

रक्त में फोलेट की कमी से कई मामलों में सर्वाइकल कैंसर, स्तन कैंसर, पेट के कैंसर, मस्तिष्क कैंसर (Brain cancer) और फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में फोलेट का भरपूर सेवन करें।

 

 

  1. उच्च रक्त चाप (High Blood Pressure)

 

इसकी कमी के कारण महिलाओं में हाई बीपी की समस्या होना भी आम है, इसलिए इसे शरीर में कम न होने दें।

 

 

  1. हड्डियों की कमजोरी (Osteoporosis)

 

शरीर न केवल लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है, बल्कि हड्डियों को भी मजबूत करता है। ऐसे में इसकी कमी के कारण महिलाएं जल्दी जोड़ों के दर्द, हड्डियों में कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसी बीमारियों का शिकार हो जाती है।

 

 

अगर आपको ऊपर बताये गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण नजर आ रहे हो, तो बताये गए उपायों का इस्तेमाल करे, लेकिन इससे पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले

 

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