मानव शरीर में किडनी की बहुत एहम भूमिका होती है लेकिन जब किडनी में तरल पदार्थ की मात्रा कम होने लगती है, तो उसमें अपशिष्ट पदार्थ की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसके बाद अपशिष्ट पदार्थ शरीर से बाहर निकलने के बजाय किडनी में जमा होने लगते हैं। उसके बाद में यह क्रिस्टल के रूप लेते हैं, जिसे हम किडनी स्टोन कहते हैं और हिंदी में गुर्दे की पथरी भी कहते हैं।
दरअसल जब किडनी में मौजूद पत्थर आकार में छोटे होते हैं, तो उन्हें पीने के पानी या अन्य घरेलू उपचारों के माध्यम से शरीर से बाहर निकाला जा सकता है, मगर यही पत्थर आकार में बड़े होते जाते हैं, तो डॉक्टर उन्हें शरीर से बाहर निकालने के लिए सर्जरी की सलाह देते हैं।
यदि आपको यह नहीं मालूम की किडनी स्टोन से होने वाले नुकसान क्या हैं तो आज हम उसी के बारे में बताएंगे। लेकिन उससे पहले डॉक्टर मरीज की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखता है, उसके बाद ही वह यह निर्णय लेता है की मरीज के लिए कौन-सा उपचार उपयुक्त रहेगा। आपको बता दें की जो लोग इसे नज़रअंदाज़ करते हैं तो यह आपके लिए खतरनाक और जानलेवा भी हो सकता है।
किडनी स्टोन के प्रकार
आपको बता दें की किडनी स्टोन के चार प्रकार के होते हैं आप में से बहुत लोगों को यह बात नहीं मालूम होगी जो कुछ इस प्रकार हैं:
- कैल्शियम स्टोन (Calcium stone)
- स्ट्रूविटा स्टोन (Struvita Stone)
- सिस्टिन स्टोन (Sistine Stone)
- यूरिक एसिड स्टोन (Uric acid stone)
किडनी स्टोन से होने वाले नुकसान
मूत्र पथ के संक्रमण (Urinary tract infection or UTI)
किडनी स्टोन होने पर मूत्र पथ में संक्रमण हो सकता है ऐसा इसलिए होता है कि गुर्दे की पथरी के कणों के गठन के कारण, मूत्र पथ का मार्ग संकरा हो जाता है, जिसके बाद पेशाब करने में दिक्कत होती है और इस प्रक्रिया से किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण मूत्र पथ में बैक्टीरिया आसानी से विकसित हो सकते हैं और यूटीआई होने की संभावना भी बढ़ती है।
किडनी फेलियर या किडनी डैमेज (Kidney failure or Kidney damage)
दरअसल दुर्भाग्य से, किडनी स्टोन की वजह से किडनी या तो फेल हो सकती है इसके अलावा यह डैमेज भी हो सकती है। किडनी फेलियर को हिंदी में गुर्दे की विफलता भी कहा जाता है। इसके साथ-साथ गुर्दे को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। चिंता यह है कि यह बिना किसी लक्षण के हो सकता है और यहां तक कि रोगी को तुरंत उपचार की जरूरत होती है। कुछ मामलों यह घातक भी हो सकता है।
मतली और उल्टी
किडनी स्टोन के कारण बहुत से लोगों को मतली और उल्टी होती है लेकिन यह सब के साथ नहीं होता है। यह तब होता है जब किडनी स्टोन जठरांत्र (Gastrointestinal tract) संबंधी मार्ग की नसों को हिट करती है। इससे आपका पेट खराब हो जाता है और आपको मतली हो सकती है। इसके अलावा, यह किडनी स्टोन के कारण गंभीर दर्द के अनुभव भी हो सकता है।
लगातार पेशाब आना
ऐसा बहुत से लोगों के साथ होता है की उन्हें लगातार पेशाब आता है तो वह इसे नज़रअंदाज़ करते हैं। ऐसा करना उनकी सेहत के लिया काफी नुकसानदायक हो सकता है, आपको बता दें की जब किडनी स्टोन मूत्र पथ के निचले हिस्से में पहुंचती है, तो मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं होता है, जिससे बार-बार पेशाब करने की इच्छा होती है।
पेशाब करते समय दर्द होना
यूटीआई के कारण होने वाले दर्द के समान, किडनी स्टोन में पेशाब करते समय जलन और दर्द भी होता है। इसे मेडिकल भाषा में डिसुरिया के नाम से भी जाना जाता है। आपकी पेशाब में रक्त भी आ सकता ऐस होने पर आपको दर्द का अनुभव भी होता है। इसे हेमट्यूरिया कहा जाता है।
किडनी संक्रमण (Kidney infection)
किडनी स्टोन संक्रमित होने की अधिक संभावना है, जब वे संक्रमित हो जाते हैं, तो वे गुर्दे को भी संक्रमित कर सकते हैं। जुकाम के साथ उच्च बुखार किडनी संक्रमण का पहला लक्षण है। किडनी संक्रमण एक आपातकालीन स्वास्थ्य रोग है जो कई बार घातक साबित हो सकता है।
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