जाने लीवर कैंसर होने के कारण, लक्षण और उपचार

लीवर हमारे सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है जो पाचन तंत्र से आने वाले रक्त को शरीर के बाकी हिस्सों में प्रसारित करने से पहले फ़िल्टर करता है। यह केमिकल्स को डिटॉक्स करता है और दवाओं को मेटाबोलाइज़ (metabolizes) करता है। लीवर रक्त के थक्के (blood clotting) और अन्य कार्यों के लिए आवश्यक प्रोटीन को भी संश्लेषित (synthesizes) करता है।

 

हमारा लीवर भी लीवर कैंसर (primary liver cancer) से प्रभावित हो सकता है, जो लीवर में उत्पन्न होता है, या फिर मेटास्टैटिक कैंसर (metastatic cancer) जो शरीर में कहीं और उत्पन्न होता है। प्राथमिक लीवर कैंसर तब होता है जब लीवर को सिरोसिस (लीवर की एक गंभीर स्थिति) (cirrhosis – a scarring condition of the liver) के रूप में कोई हानि हो जाती है, कुछ जन्म के समय से , शराब को ज्यादा पीने से , क्रोनिक डिजीज जैसे हेपेटाइटिस बी और सी (hepatitis B and C) जैसे रोगों के साथ पुराने संक्रमण, हेमोक्रोमैटोसिस, मोटापा और फैटी लीवर बीमारी का होना आदि भी प्राथमिक लिवर कैंसर के कारन होते हैं |

 

लीवर कैंसर के लक्षण (LIVER CANCER SYMPTOMS)

 

  • रिब केज के ठीक नीचे दाईं ओर एक सख्त गांठ का होना

 

  • पेट में सूजन और पेट के ऊपरी हिस्से में बेचैनी होना

 

  • दाहिने कंधे के ब्लेड के पास या पीठ में दर्द होना

 

  • ज्वाइंडिस (पीलिया) होना

 

  • आसानी से खून का बहना

 

  • थकावट का ज्यादा होना

 

  • नौसिआ (Nausea ) या उलटी होना

 

 

  • बिना किसी कारण वजन घटना

 

इन लक्षणों में से कोई भी होने का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है, लेकिन यदि उनमें से एक या एक से अधिक लक्षण को 2 सप्ताह से अधिक समय तक देखा जाता है, तो एक डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिए और तुरंत अपना हेल्थ चेकअप कराएं

 

लिवर कैंसर का कैसे निदान (DIAGNOSIS) करें ?

 

लिवर कैंसर के निदान में शारीरिक परीक्षण (physical examination) और पेशेंट की हिस्ट्री , सीरम ट्यूमर का मार्कर टेस्ट (serum tumor marker test), लीवर फंक्शन टेस्ट (liver function test) , सीटी स्कैन और एमआरआई शामिल हैं। निदान की पुष्टि करने के लिए लेप्रोस्कोपी (laparoscopy ) के साथ बायोप्सी (Biopsy) की जाती है।

 

लीवर कैंसर का इलाज

 

लीवर कैंसर 04 स्टेजेस में होता है, जिसे हम Barcelona Clinic Liver Cancer (BCLC) स्टेजिंग सिस्टम भी बोलते हैं :

 

  • Stage 0: Very early

 

  • Stage A: Early

 

  • Stage B: Intermediate

 

  • Stage C: Advanced

 

  • Stage D: End-Stage

 

Stage 0, A और B के उपचार में आंशिक हेपेटेक्टोमी (artial hepatectomy), पूरी हेपेटेक्टोमी (total hepatectomy) और लीवर प्रत्यारोपण (liver transplant) शामिल हैं। ट्यूमर को रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन (radio frequency ablation), माइक्रोवेव थेरेपी (microwave therapy), पर्क्यूटेनियस इथेनॉल इंजेक्शन ( percutaneous ethanol injectio) और क्रायोएबलेशन (cryoablatio) का उपयोग करके समाप्त किया जा सकता है

Stage C और D के उपचार में एम्बोलिफ़िकेशन थेरेपी (embolization therapy) शामिल है और यह या तो transarterial chemoembolization (TACE, रेडियो फ़्रीक्वेंसी एब्लेशन (RFA), Transarterial Radioembolization या बाहरी बीम रेडियोथेरेपी (external beam radiotherapy) के साथ उच्च खुराक अनुरूप तकनीक (उदाहरण के लिए साइबरनाइफ) विधियों का उपयोग करके किया जाता है।

अगर आप भी इनमे से किसी लिवर लक्षण से ग्रसित हैं या डॉक्टर से सलाह करना चाहते हैं तो आज ही हमारे डॉक्टर से परामर्श करने के लिए फ्री ऑनलाइन अपॉइंटमेंट करें और डॉक्टर की सलाह लें।

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।