लीवर सिरोसिस क्या है? कैंसर से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है ये बीमारी

 

लीवर सिरोसिस एक ऐसी स्थिति है, जो लीवर के क्षति होने से होती है और जिस वजह से लीवर के माध्यम से रक्त के प्रवाह में रुकावट होने लगती है। हृदय रोग और कैंसर के बाद सिरोसिस ही है, जो लोगों में मृत्यु का तीसरा सबसे आम कारण है।

 

यह हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगो में से एक है। लीवर को अंगो का “पावरहाउस” भी कहा जाता है, क्योकि लीवर विभिन्न प्रकार के आवश्यक कार्य करता है, और प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और पित्त के उत्पादन से लेकर विटामिन, खनिज और यहां तक ​​कि कार्बोहाइड्रेट का भी निर्माण करता हैं। लेकिन, आजकल हर कोई अपनी सेहत से ज्यादा काम को महत्व देने लगे है, जिस वजह से बाद में अपनी सेहत को लेकर बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 

अगर आप चाहते है की आप स्वस्थ रहे, आपको किसी तरह की कोई परेशानी न हो, तो अपने सेहत में किसी भी तरह के बदलाव को नजरअंदाज न करे और तुरंत ही डॉक्टर से जांच कराएं। आमतौर पर हर कोई मांसपेशियों में दर्द या फिर भूख न लगने की समस्या को सामान्य समस्या समझने लगते है, जबकि ऐसा नहीं है यह लीवर सिरोसिस या फिर किसी अन्य बीमारी के संकेत हो सकते हो, जो की इग्नोर करने पर गंभीर रूप ले सकता है। आइये जानते है लीवर सिरोसिस के लक्षण, कारण और इससे बचने के उपाय के बारे में।

 

 

लिवर सिरोसिस की तीन अवस्थाएं

 

 

पहली अवस्था

 

इस अवस्था में शरीर में बिना कोई कठिन काम किये थकान महसूस होने लगती है और जिस वजह से वजन घटना शुरू हो जाता है और साथ ही पाचन से संबंधित समस्याएं होनी भी शुरू हो जाती हैं।

 

 

दूसरी अवस्था

 

चक्कर आने की समस्या दूसरी अवस्था में होने लगता है और साथ ही उल्टियां होने लगती हैं और बुखार भी रहता है।

 

 

तीसरी और अंतिम अवस्था

 

अंतिम अवस्था में जब मरीज को उलटी होती है, तो उसके साथ खून आने लगता है और मरीज को बेहोशी होने लगती है। तीसरे स्टेज में मरीज पर दवाओं का असर नहीं होता है। इसके बाद एकमात्र विकल्प लिवर का ट्रांस्प्लांट बचता है।

 

 

लिवर सिरोसिस के लक्षण

 

 

  • पेट के ऊपरी भाग पर खून की कोशिकाएं दिखना

 

  • भूख की कमी

 

  • लिवर की जगह छूने में दर्द का एहसास होना

 

  • दिल की धड़कने तेज होना

 

 

  • नाक से कभी भी खून का बहना

 

  • सांस फूलने की समस्या होना

 

  • उल्टी के साथ खून आने की समस्या

 

  • बार-बार संक्रमण के साथ बुखार आना

 

  • भ्रम होना

 

  • याददाश्त की समस्या होना

 

लिवर सिरोसिस के कारण

 

 

  • गलत खान-पान की आदत।

 

 

  • वायरल संक्रमण जैसे हेपेटाइटिस डी, बी और सी, इस वजह से भी लिवर सिरोसिस की समस्या हो सकती है।

 

  • अधिक वसायुक्त चीजों के ज्यादा सेवन से, ज्यादा नॉन वेज आहार लेने से भी लिवर सिरोसिस की समस्या हो सकती है।

 

  • दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण भी लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।

 

 

सिरोसिस का जांच कैसे किया जाता है?

 

 

  • शारीरिक परीक्षा

 

  • सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड

 

  • बायोप्सी

 

  • सर्जरी

 

लीवर सिरोसिस में क्या खाना चाहिए

 

 

  • कॉफ़ी का सेवन करे लीवर को स्वस्थ रखने के लिए ग्रीन टी है फायदेमंद

 

  • अंगूर का सेवन

 

  • चुकंदर का रस लीवर सिरोसिस के खतरे से बचाता है

 

  • जैतून का तेल

 

  • लीवर सिरोसिस से बचने के लिए खाएं नट्स

 

  • हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं

 

  • लहसुन का सेवन करे

 

  • वसायुक्त मछली के सेवन से लीवर को स्वस्थ रखे

 

  • सोया प्रोटीन का करे सेवन

 

 

लीवर सिरोसिस में क्या नहीं खाना चाहिए

 

 

  • अत्यधिक शक्कर का सेवन नुकसानदायक होता है

 

  • शराब का सेवन करने से परहेज करे

 

  • परिष्कृत अनाज से दूर रहे

 

  • तला और मसाले के सेवन से बचे

 

  • अत्यधिक मात्रा में मांस का सेवन न करे

 

 

लिवर सिरोसिस से बचने के उपाय

 

 

  • अपने खान-पान की आदतों में सुधार करे।

 

  • अल्कोहल का सेवन बिलकुल भी न करे।

 

  • फास्ट फूड्स, वसा वाले आहार, लंबे समय तक नॉन वेज आहार और गंदा पानी पीने से भी ये रोग हो जाता है।

 

  • नियमित रूप से व्यायाम करे।

 

इससे बचाव के लिए आपको अपने आहार में विटामिन्स (Vitamins) और एंटी ऑक्सीडेंट्स (Antioxidants) से भरे आहार का सेवन करना चाहिए।

 

अगर आपको लिवर सिरोसिस के कोई भी लक्षण दिखें तो तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लें और मिलकर इस बीमारी का इलाज कराएं।

 

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।