प्रेगनेंसी ब्रेन (Pregnancy Brain) को कई नामों से जाना जाता है जैसे बेबी ब्रेन (Baby Brain), मॉमी ब्रेन (Mom Brain), मॉमनेसिआ (Momnesia) या प्रेग्नेसिआ (Pregnesia)। ये परेशानी गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) में होती है। इसमें महिलाओं की याद्दाश्त बहुत कमज़ोर होने लगती है और महिलाये कई बातें भूलने लगती हैं। जैसे कि कमरे में जाकर वो कुछ बातें भूल जाती हैं कि वो कमरे में क्या करने आई थीं। कई बार देखा गया है की अपने ही पसंदीदा गाने के बोल भूल जाती हैं । इसमें प्रेगनेंसी (Pregnancy )के बढ़ने के साथ-साथ हालत और खराब होने लगती है और बच्चे के जन्म लेने के बाद भी महिलाएं इससे ग्रस्त रहती हैं।
कुछ डॉक्टर्स (Doctors) कहते हैं कि ऐसी कोई भी चीज़ या बीमारी नहीं है और प्रेग्नेंसी में खाई जाने वाली दवाओं और स्ट्रेस की वजह से ही महिलाओं को ऐसा महसूस होने लगता है। साथ ही वो ये भी कहते हैं कि चीज़ों को अपने आसपास रखने और रोज़मर्रा के कामों पर ध्यान देने से इस समस्या से निपटा जा सकता है। लेकिन हर गर्भवती महिला इस बात को समझ सकती है,
प्रेग्नेंसी ब्रेन क्या है – (What is Pregnancy Brain)
बेबी ब्रेन हार्मोंस (Baby Brain Hormones)
ऑक्सिटोसिन (Oxytocin), प्रोजेस्टेरॉन (Progesterone) और ग्रोथ हार्मोन (Hormons) को ही प्रेग्नेंसी ब्रेन का मुख्य कारण माना जाता है। ये हार्मोन यूट्रस (Uterus) में शिशु के विकास में मदद करते हैं। ऑक्सिटोसिन दूध बनाने में मदद करता है। ऐसा कहा जाता है कि ये चीज़ें बच्चे में उससे संबंधित चीज़ों को और अधिक तेज़ बना सकती है।
ये गर्भवती महिलाओं के लिए बन सकती है दिक्कत
कहते हैं कि गर्भवती महिलाएं और नई माँ नासमझ हो जाती हैं। बेबी बंप, जोड़ों के लूज़ होने और नींद की कमी की वजह से वो कई चीज़ें भूलने लगती हैं। बेबी ब्रेन (Baby Brain) का बेबी फॉग (Baby Fog) मदद नहीं कर पाता है। गर्भावस्था के दौरान ऐसी किसी भी मुश्किल को नज़रअंदाज़ कभी ना करें।
पहले से ज्यादा चीज़ें करने लगती हैं परेशान
गर्भावस्था के दौरान एक महिला के दिमाग में एक साथ हज़ारों चीज़ें दिमाग में चलती रहती हैं। उसे अपनी डाइट, डॉक्टर से अपॉइंटमेंट और एक्सरसाइज़ (Exercise) की फिक्र रहती है। वो बच्चे के आने पर सभी ज़रूरी चीज़ों के बारे में सोचने लगती हैं और अपनी जिंदगी के इस नए आयाम के लिए तैयारी करने में व्यस्त रहती हैं। ये स्वाभाविक है उनका ध्यान एक साथ कई चीज़ों पर रहता है।
हर चीज़ के लिए बेबी ब्रेन नहीं है
जिम्मेदार प्रेग्नेंसी ब्रेन के बारे में जानकारी रखना अच्छी बात है लेकिन आप अपनी हर गलती के लिए इसे जिम्मेदार नहीं मान सकती हैं। इससे गर्भवती महिलाओं को खराब महसूस हो सकता है। एवॉलूशन है प्रेग्नेंसी ब्रेन का ज़िम्मेदार जानवरों के बच्चों की तुलना में इंसान के बच्चों को ज़्यादा प्यार और देखभाल की ज़रूरत होती है। मनुष्य के बच्चे जब पैदा होते हैं तो वो कुछ भी नहीं कर सकते हैं। ना तो वो बात कर सकते हैं और ना ही खुद को किसी खतरे से बचा सकते हैं। उन्हें भरपूर प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। इसलिए महिलाओं को अपने बच्चे पर पूरा ध्यान देना चाहिए और बाकी चीज़ों को वरीयता कम देनी चाहिए।
एवॉलूशन है प्रेग्नेंसी ब्रेन का ज़िम्मेदार
माँ बच्चों को ज़्यादा प्यार और देखभाल करने की ज़रूरत होती है। बच्चे जब पैदा होते हैं तो वो कुछ भी नहीं कर सकते हैं। ना तो वो बात कर सकते हैं और ना ही खुद को किसी खतरे से बचा सकते हैं। उन्हें भरपूर प्यार और देखभाल की बहुत जरूरत होती है। इसलिए महिलाओं को अपने बच्चे पर पूरा ध्यान देना चाहिए और बाकी चीज़ों को वरीयता कम देनी चाहिए।
नींद की कमी भी बनती है वजह
नींद पूरी ना होने की वजह से हर किसी को चीज़ें याद रखने में दिक्कत आती है। नींद से मस्तिष्क (Brain) को ऊर्जा मिलती है और जगने पर वो सतर्क हो जाती है। गर्भवती महिलाओं और नई माँ में नींद की कमी होना सामान्य सी बात है। प्रेग्नेंसी में पेट की वजह से सोने में दिक्कत आती है और शरीर में कई जगहों पर दर्द भी रहता है। वहीं जब बच्चा पैदा हो जाता है तो उसे पालने में कई रातें जाग कर निकल जाती हैं। स्टडी (Study) की मानें तो बच्चे के जन्म लेने के पहले साल में महिलाएं 2 घंटे से भी कम नींद ले पाती हैं। इसका मतलब है कि उन्होंने 700 घंटों की नींद नहीं ली है। यही प्रेग्नेंसी ब्रेन का कारण भी हो सकता है।
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