पीडियाट्रिक सर्जरी एक सर्जिकल प्रक्रिया हैं जो की उन बच्चों के लिए की जाती हैं जिन बच्चों को जन्म से ही हृदय में किसी प्रकार की परेशानी होती हैं। कई बार जन्म के बाद बच्चों को मुख्य रूप से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, यूरोलॉजिकल सिस्टम और थोरैसिक सिस्टम से संबंधित बीमारियां हो जाती हैं जिनका उपचार सर्जरी के माध्यम से होता हैं।
पीडियाट्रिक सर्जरी क्यों करी जाती हैं ?
- सांस लेने में कठिनाई होना
- फेफड़े में संक्रमण होना
- थकान और कमजोरी होना
- सायनोसिस (cyanosis)
- बच्चे के विकास में परेशानी
- व्यायाम करने में कठिनाई आना
- बच्चे का वजन नहीं बढ़ता है।
पीडियाट्रिक सर्जरी से पहले जांच किस प्रकार होती हैं ?
- पीडियाट्रिक सर्जरी से पहले, डॉक्टर जन्म के समय या जन्म के बाद जन्मजात हृदय दोषों के निदान के लिए कुछ परीक्षण कर सकते हैं।
- इकोकार्डियोग्राम या अल्ट्रासाउंड।
- पीडियाट्रिक कैथीटेराइजेशन हृदय तक पहुंचने के लिए रक्त वाहिका के माध्यम से कैथेटर डालकर हृदय की असामान्यताओं का निदान करने में भी सहायक हो सकता है।
- दिल की विद्युत गतिविधि (electrical activity) को इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम द्वारा मापा जा सकता है ताकि यह देखा जा सके कि कोई अनियमितता तो नहीं है।
- हृदय में विकारों का पता लगाने के लिए छाती का एक्स-रे भी किया जा सकता है।
पीडियाट्रिक सर्जरी में कैथेटर प्रोसीजर कैसे होता हैं ?
इसमें एक कैथेटर, एक छोटी लचीली ट्यूब, बच्चे के हाथ के माध्यम से डाली जाती है। इसे हृदय तक पहुंचाया जाता है। हार्ट सर्जरी के लिए छाती में चीरा लगाने की आवश्यकता नहीं होती है और इसलिए यह एक बेहतर तरीका है। इससे मरीज को ठीक होने में लगने वाला समय भी कम हो जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर सेप्टल दोष और वाल्व स्टेनोसिस के लिए उपयोग की जाती है। दिल तक कैथेटर का मार्गदर्शन करने के लिए इकोकार्डियोग्राफी का उपयोग किया जाता है।
पीडियाट्रिक सर्जरी में ओपन हार्ट सर्जरी कैसे होती हैं ?
इस प्रक्रिया में उन दिल को संचालित करने के लिए डॉक्टर छाती में एक बड़ा चीरा लगता है। जिनका इलाज कैथेटर प्रक्रियाओं द्वारा नहीं किया जा सकता है। इस पद्धति का उपयोग अक्सर हृदय, हृदय वाल्व (heart valves) और जटिल दोषों (complex defects) में छिद्रों की मरम्मत के लिए किया जाता है। दिल के ऑपरेशन के दौरान, रोगी को रक्त प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए हृदय-फेफड़े की बाईपास मशीन से जोड़ा जाता है।
पीडियाट्रिक सर्जरी के लिए अच्छे अस्पताल।
पीडियाट्रिक सर्जरी के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल।
- नारायण सुपर स्पेशलिटी अस्पताल , गुरुग्राम
- मेदांता द मेडिसिटी , गुरुग्राम
- फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड , गुरुग्राम
- पारस अस्पताल , गुरुग्राम
पीडियाट्रिक सर्जरी के लिए ग्रेटर नोएडा के अच्छे अस्पताल।
- शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
- यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
- बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
- जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
- प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
- शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
- दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
पीडियाट्रिक सर्जरी के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल।
- मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल , साकेत, दिल्ली
- फोर्टिस हार्ट अस्पताल , ओखला, दिल्ली
- बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, राजिंदर नगर, दिल्ली
- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, सरिता विहार, दिल्ली
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पीडियाट्रिक सर्जरी का खर्च कितना आता हैं ?
भारत में बच्चों में पीडियाट्रिक सर्जरी कराने का कुल खर्च लगभग INR 150000 से INR 225000 तक लग सकता है। हालांकि भारत में बहुत से बड़े अस्पताल के डॉक्टर है जो बच्चों में कार्डियक सर्जरी का इलाज करते है। लेकिन सभी अस्पतालों में बच्चों में कार्डियक सर्जरी का खर्च अलग-अलग है। यदि आप पीडियाट्रिक सर्जरी का खर्च जानना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पहले हमारे डॉक्टर से कंसल्ट करना होगा उसके बाद ही हम आपको इसके पूरे खर्च बताएंगे। डॉक्टर से कंसल्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
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