गर्मियों के दिनों में आप सभी ने यह महसूस किया होगा कि आपको बहुत तेज प्यास लगती है लेकिन पानी पीने के बावजूद भी यह प्यास बुझती नहीं है। वास्तव में ऐसा शरीर में पानी की कमी (Dehydration) के कारण होता है. डिहाइड्रेशन (Dehydration) या निर्जलीकरण गर्मियों के दिनों में होने वाली एक आम बीमारी है। हमारे शरीर के लगभग एक तिहाई हिस्से में पानी मौजूद होता है। गर्मियों के मौसम में पानी कम पीने से और ज्यादा पसीना निकलने से शरीर मे पानी और नमक का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। वैसे तो यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है लेकिन छोटे बच्चे इसकी चपेट में बहुत जल्दी आते हैं।
हमारे शरीर में मौजूद कोशिकाओं को सुचारु रुप से काम करने के लिए ऑक्सीजन की ज़रुरत पड़ती है और यह ऑक्सीजन उन्हें पानी से ही मिलती है। ऐसे में अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो ऑक्सीजन की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ता है और शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है। अगर आप सही समय पर डिहाइड्रेशन का इलाज (Dehydration treatment) नहीं करते हैं तो आगे चलकर आपकी मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं।
डिहाइड्रेशन के कारण (CAUSES OF DEHYDRATION) :
शरीर में पानी की कमी कई कारणों की वजह से हो सकती है। आमतौर पर ज्यादा देर तक गर्मी में रहने और उस दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी ना पीने से डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) की समस्या होती है। इसके अलावा ज्यादा देर तक कसरत करने, बार-बार पेशाब करने से, तेज बुखार होने से, कई बार दस्त होने से और कुछ अन्य बीमारियों की वजह से भी शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
डिहाइड्रेशन के लक्षण (DEHYDRATION SYMPTOMS) :
डिहाइड्रेशन होने पर बहुत अधिक प्यास लगती है और ये प्यास पानी पीने के बावजूद भी बुझती नहीं है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर कम होना, तेज सांसे चलना, होंठ और जीभ सूखना, कम पेशाब होना, कब्ज़, मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द होना, तेज थकान होने डिहाइड्रेशन के प्रमुख लक्षण हैं। अधिकांश लोगों में डिहाइड्रेशन के कारण तेज सिरदर्द (headache) होने लगता है। इसीलिए अगर गर्मियों के दिनों में कभी भी तेज सिरदर्द हो तो उसे अनदेखा ना करें।
अगर बच्चों में डिहाइड्रेशन के लक्षणों (Signs of dehydration in children) की बात की जाए तो इसके कारण उनके होंठ सूखने लगते हैं और कई कई घंटो तक उन्हें पेशाब नहीं होती है। उल्टी या अधिक दस्त हो जाने के कारण शरीर में पोटैशियम, सोडियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों की मात्रा काफी कम हो जाती है। ऐसे में अगर इनकी भरपाई ना की जाए तो शरीर में ज्यादा कमजोरी महसूस होने लगती है। डिहाइड्रेशन के दुष्प्रभावों (Side effects of dehydration) से बचने के लिए घरेलू या आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं या स्थिति गंभीर होने पर नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
डिहाइड्रेशन के घरेलू उपाय (HOME REMEDIES FOR DEHYDRATION):
शरीर में पानी की कमी हो जाने पर आप कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से आराम पा सकते हैं। हालांकि अगर स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर है और घरेलू उपायों से आराम नहीं मिल रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आइये डिहाइड्रेशन से बचने के कुछ प्रमुख घरेलू उपायों के बारे में जानते हैं।
- अधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें। एक दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी ज़रुर पियें।
- ऐसे फलों का सेवन करें जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो। इसके लिए रोजाना केला, तरबूज, खरबूज, खीरा, पपीता, संतरे इत्यादि फलों का सेवन करें। ध्यान रखें कि कभी भी कटे हुए फलों का सेवन करें क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है।
- गर्मियों में रोजाना कम से कम एक कटोरी दही या छाछ का सेवन ज़रुर करें। दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं साथ ही दही के सेवन से शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती है।
- एक्सरसाइज या जिम के दौरान शरीर से बहुत अधिक मात्रा में पसीना निकलता है जिससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है। इसकी भरपाई करने के लिए व्यायाम करने के कुछ देर बाद ताजे फलों के जूस का सेवन करें।
- घर पर ही ओआरएस घोल बनाकर दिन में तीन से चार बार पियें। यह डिहाइड्रेशन से आराम दिलाने का सबसे असरदार घरेलू तरीका है।
डिहाइड्रेशन से बचने के आसान उपाय :
1- सौंफ के बीज
कई बार डायरिया होने पर शरीर से इतनी अधिक मात्रा में पानी निकल जाता है कि मरीज डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में सौंफ के बीज उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार सौंफ की तासीर ठंडी होती है और यह डायरिया के लिए ज़िम्मेदार बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाव होता है।
2- तुलसी
तुलसी में बहुत अधिक औषधीय गुण होते हैं और इसी वजह से इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने देश में इस पौधे की पूजा भी की जाती है। डिहाइड्रेशन के कारण होने वाले पेट दर्द से आराम दिलाने में तुलसी की पत्तियां अहम भूमिका निभाती हैं। डिहाइड्रेशन होने पर यह शरीर के तापमान को ठंडा बनाये रखने में मदद करती हैं।
3- गुड़हल का फूल
आयुर्वेद में गुड़हल के फूल को काफी उपयोगी माना गया है। गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय (Hibiscus tea) आपको कई बीमारियों से दूर रखती है। इस फूल में विटामिन सी की मात्रा काफी अधिक होती है और शरीर में पानी की कमी होने पर इसका सेवन करना बहुत फायदेमंद होता हैं। यह डिहाइड्रेशन के लक्षणों (signs of dehydration in hindi) को तेजी से कम करती है।
4- गन्ने का जूस
गन्ने के जूस (Ikshu plant) में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन और मैगनीज जैसे ज़रुरी पोषक तत्व काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। डिहाइड्रेशन होने पर शरीर में इन पोषक तत्वों की बहुत कमी हो जाती है। गन्ने के जूस का सेवन करने से आपको ये सभी इलेक्ट्रोलाइट वापस मिल जाते हैं।
5- गिलोय जूस
अधिकतर मामलों में पाचन से जुड़े संक्रमण के कारण ही मरीज को डिहाइड्रेशन की समस्या होती है। ऐसे में गिलोय का जूस पीना काफी फायदेमंद होता है। इससे शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ती है और मरीज को जल्दी आराम मिलता है।
इससे सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
Disclaimer: GoMedii एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।