देश में अधिकतर महिलाएं (women) पेट के निचले हिस्से के दर्द (pain) से परेशान रहती हैं। पीरियड्स (periods) के दौरान या लंबे समय तक बैठे रहने से यह समस्या बढ़ जाती है। अगर पेट दर्द की समस्या 6 महीने से अधिक समय तक बनी रहती है तो यह पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic congestion syndrome) का कारण हो सकता है। देश में हर 3 में से 1 महिला अपने जीवन के किसी न किसी स्तर पर पेल्विक पेन (Pelvic pain) से पीड़ित होती है।
युवतियों में अधिक देखा जाता है PCS
वसंत कुंज स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के रेडियॉल्जिस्ट डॉ. प्रदीप मुले के अनुसार, ‘पेट के निचले भाग में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। उसमें सबसे सामान्य कारणों में से एक है पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic congestion syndrome) । यह बड़ी उम्र की महिलाओं की तुलना में युवतियों में अधिक देखा जाता है। पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम महिलाओं में होने वाली एक मेडिकल कंडिशन (Medical condition)है जिसमें तेज दर्द होता है जो खड़े होने पर और बढ़ जाता है, लेकिन लेटने पर थोड़ा आराम मिलता है। महिलाओं में पैर में भारीपन भी लगता है। पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम जांघों, नितंब या योनि क्षेत्र की वैरिकोस वेन्स (Varicose veins) से संबंधित होता है। इसमें ब्लड वेसेल्स (Blood vessels) सामान्य से अधिक खिंच जाती हैं।’
लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं महिलाएं
डॉ. प्रदीप मुले ने कहा, ‘जो महिलाएं मां बन चुकी हैं और युवा हैं उनमें यह समस्या अधिक होती है क्योंकि इस आयुवर्ग की महिलाएं अपने लक्षणों को नजरअंदाज करती हैं इसलिए उनमें यह समस्या अधिक बढ़ जाती है। वैसे तो PCS का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता लेकिन शारीरिक (Body) बनावट या हॉर्मोन्स (Hormones) के स्तर में किसी प्रकार की गड़बड़ी इसका कारण हो सकती है। इससे प्रभावित होने वाली अधिकतर महिलाएं 20-45 वर्ष के बीच की होती हैं और जो कई बार गर्भवती (Pregnant) हो चुकी होती हैं।’
पेल्विस क्षेत्र में बढ़ जाती है रक्त की मात्रा
गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान हॉर्मोन संबंधी बदलावों, वजन बढ़ने और पेल्विक क्षेत्र की एनाटॉमी (Anatomy) में परिवर्तन आने से अंडाशय (Ovary) के ब्लड वेसेल्स में दबाव बढ़ जाता है जिससे शिराओं की दीवार कमजोर हो जाती है जिससे वह सामान्य से अधिक फैल जाती हैं। ऐस्ट्रोजन हॉर्मोन शिराओं की दीवार को कमजोर कर देता है। सामान्य शिराओं में रक्त पेल्विस से ऊपर हृदय की ओर बहता है और शिराओं में मौजूद वॉल्व के कारण इसका वापस शिराओं में फ्लो नहीं होता है। जब अंडाशय की शिराएं फैल जाती हैं, वॉल्व (Valve) पूरी तरह से बंद नहीं होता है जिससे रक्त वापस बहकर शिराओं में आ जाता है, जिसे रिफ्लेक्स के नाम से भी जाना जाता है जिसके परिणामस्वरूप पेल्विस क्षेत्र में रक्त की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।
PCS के प्रमुख लक्षण
– पेट के निचले भाग में दर्द होना या मरोड़ अनुभव होना।
– पेल्विक क्षेत्र में लगातार दर्द होना, दबाव या भारीपन महसूस होना।
– शारीरिक संबंध बनाते समय दर्द होना।
– यूरीन या मल त्यागते समय दर्द होना।
– लंबे समय तक बैठने या खड़े होने में दर्द होना।
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