भारत में किडनी ट्रांसप्लांट की लागत और इसके लिए बेस्ट हॉस्पिटल (kidney transplant cost in hindi)

किडनी ट्रांसप्लांट एक जटिल प्रक्रिया हैं किडनी ट्रांसप्लांट को किडनी प्रत्यारोपण भी कहा जाता हैं यदि किसी मनुष्य को किडनी से सम्बंधित बीमारी हो जाती हैं और उसके कारण किडनी काम करना बंद कर दे तो डॉक्टर किडनी ट्रांसप्लांट करने की सलाह देते हैं। दोनों किडनी में से यदि एक किडनी स्वस्थ हो तो मनुष्य जीवित रह सकता हैं परन्तु दोनों किडनी ख़राब होने पर किडनी ट्रांसप्लांट करवाना उच्च विकल्प माना जाता हैं।

 

एक किडनी रोगी को एक जीवित व्यक्ति और मृत व्यक्ति की किडनी दान में मिल सकती है। दोनों ही प्रकार के किडनी दानदाताओं (kidney donors) की किडनी लेने से पहले उनके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी ली जाती है, ताकि किडनी प्राप्तकर्ता (kidney recipient) को कोई अन्य समस्या न हो।

 

 

 

कब पड़ती हैं किडनी ट्रांसप्लांट की जरुरत ?(When is there a need for kidney transplant in hindi)

 

 

किडनी की खराबी के लास्ट स्टेज में जब किडनी फेल की बीमारी की वजह से ब्लड कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल में अनेक प्रकार के विषाक्त पदार्थ और अपशिष्ट उत्पादों का निर्माण होने लगता है जिसकी वजह से मरीज को जान का खतरा होता है। तब मरीज को किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है। किडनी विशेषज्ञों के अनुसार लास्ट स्टेज में मरीजों के लिए किडनी ट्रांसप्लांट डायलिसिस से बेहतर उपाय है।

 

 

 

किडनी ट्रांसप्लांट में कितना खर्च आता हैं ? (kidney transplant cost in hindi)

 

 

 

यदि आप भारत मे किडनी ट्रांसप्लांट की औसत लागत 7 से 10 लाख के बीच होती है। इसमें प्री-ट्रांसप्लांट मूल्यांकन, सर्जरी और पोस्ट-ट्रांसप्लांट रिकवरी अवधि शामिल है।

 

 

 

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद क्या खाना चाहिए ? (What to eat after kidney transplant in hindi)

 

 

यदि किसी मनुष्य का किडनी ट्रांसप्लांट होता है तो उसके बाद उनका इम्युनिटी सिस्टम बेहद कमजोर हो जाता हैं। कई बार ऐसा होता हैं नया अंग शरीर में जल्दी से काम नहीं कर पता जिसके कारण मरीज को पावरफुल दवाई दी जाती हैं जिसके लिए उनका इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रांग होना बहुत ज़रूरी होता हैं। किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज को खाना चाहिए जैसे की

 

  • किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद शरीर को पूरी तरह उबरने के लिए सबसे ज्यादा प्रोटीन ज़रूरत पड़ती है। इसलिए अपनी डायट में प्रोटीन को अधिक से अधिक मात्रा में शामिल करें। इसके अलावा जो मरीज डायलिसिस की प्रक्रिया से गुज़र चुकें हैं उन्हें अपनी डायट में प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ा देनी चाहिए। इसलिए दूध, दाल जैसी चीजों का सेवन ज्यादा करें।

 

  • दही में प्रोटीन की मात्रा काफी अच्छी होती है और इसलिए किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीजों को दही खाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा आप नींबू और इमली जैसी खट्टे फल भी खा सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी अंगूर का सेवन न करें क्योंकि ये इम्यून सप्रेसिंग ड्रग्स की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।

 

  • एक उच्च फाइबर आहार हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद कर सकता है। यह अनाज, दालों (बीन्स, मटर, मसूर), फल और सब्जियों में पाया जाता है, जो किडनी ट्रांसप्लांट मरीजों के लिए काफी लाभदायक होता है।

 

  • तुलसी में मौदूज तत्व यूरिक एसिड के स्तर को स्थित करने में मददगार हैं। इसी के साथ तुलसी की पत्तियों में एसिटिक एसिड भी होता है तो वह किडनी को स्वस्थ रखने में मददगार होती है। किडनी ट्रांसप्लांट में तुलसी का फायदा उठाने के लिए आप रोजा़ना एक चम्मच तुलसी का रस पी सकते हैं।

 

 

 

किडनी ट्रांसप्लांट के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

 

किडनी ट्रांसप्लांट के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल।

 

 

 

किडनी ट्रांसप्लांट के इलाज के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल।

 

 

यदि आप किडनी ट्रांसप्लांट कराना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।