फाइब्रॉएड का कौन सा आकार खतरनाक है

आजकल के समय में महिलाओं में गर्भाशय से सम्बंधित अनेक बीमारियां देखने को मिल रही हैं, जो की अधिक घातक और जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। यदि किसी महिला को गर्भाशय से सम्बंधित कोई बीमारी या कोई भी अन्य समस्या होती हैं तो वह उससे नज़अंदाज़ न करे। आज हम बात करेंगे की गर्भाशय में फाइब्रॉएड होना कितना खतरनाक होता हैं और इसका इलाज किस प्रकार हो सकता हैं।

 

 

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड क्या होता हैं ?

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड होना एक गंभीर समस्या हैं, इसमें गर्भाशय की मांसपेशियों में होने वाला एक ट्यूमर है जिसकी संख्या एक या एक से अधिक हो सकती है। गर्भाशय में फाइब्रॉएड का आकार बढ़ता रहता हैं, गर्भावस्था में फाइब्रॉएड होने पर एक महिला कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे कि पेट में दर्द और पीरियड्स के दौरान असामान्य रक्स्राव आदि। गर्भाशय में फाइब्रॉएड होने पर इसका इलाज पूर्णरूप से संभव हो सकता हैं यदि इसका इलाज सही समय पर नहीं होता हैं तो कैंसर का खतरा भी अधिक बढ़ जाता हैं। गर्भाशय में फाइब्रॉएड से सम्बंधित इलाज के लिए यहाँ क्लिक करे।

 

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के कितने प्रकार होते हैं ?

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के पाँच प्रकार होते हैं –

 

 

सबम्यूकोसल फाइब्रॉएड्स: यह गर्भाशय का एक ऐसा प्रकार हैं, जो की गर्भावस्था के पहलू के नीचे मौजूद हैं और सबम्यूकोसल फाइब्रॉएड कारण लंबे समय तक टाईप ब्लीडिंग होती है।

 

इंट्राम्यूरल फाइब्रॉएड्स: ये फाइब्रॉएड गर्भाशय की मांसपेशियों में मौजूद होते हैं,तथा रीढ़ की हड्डी और मलाशय पर प्रभाव डालता हैं।

 

सबसेरोसल फाइब्रॉएड्स: यह फाइब्रॉएड गर्भाशय के बाहर की मांसपेशियां या गर्भाशय की दीवार में मौजूद होते हैं।

 

पेडैन्राइटलेट फाइब्रॉएड्स:  इस प्रकार के फाइब्रॉएड्स में गर्भाशय की दीवार के बहर मौजूद होते हैं, लेकिन गर्भाशय से जुड़े होते हैं।

 

सर्वाइकल फाइब्रॉएड्स: सर्वाइकल फाइब्रॉएड्स में गर्भाशय के ऊपरी हिस्से में मौजूद होते हैं।

 

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड होने के क्या लक्षण होते हैं ?

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड होने के निम्नलिखित लक्षण होते हैं जैसे की –

 

  • जलन होना
  • थकान होना
  • आदिवासियों में दर्द होना
  • पेट में सूजन होना
  • मूत्राशय पर दबाव होना
  • योनि से रक्तस्राव होना
  • बार-बार पेशाब लगना
  • कमजोरी महसूस होना
  • कब्ज की शिकायत
  • दर्द के दौरान होना
  • कभी-कभी सिकुड़न होना
  • पेशाब का समय बंद करना
  • मल त्याग समय तेज दर्द होना
  • यौन संबंध बनाने का समय योनि में दर्द होना
  • कभी-कभी सीक्ट्रस में रक्त के संबंध आने लगते हैं
  • पेट के हिस्सों में दबाव और भारीपन होना
  • अस्पताल के दौरान या बीच में अधिक रक्तस्राव होना
  • मासिक धर्म चक्र का सामान्य से अधिक दिनों तक चलना

 

 

 

भारत में गर्भाशय फाइब्रॉएड उपचार की लागत क्या है?

 

 

भारत में गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज की कुल लागत लगभग 2,00,000 से 2,50,000 तक हो सकती है। भारत में कई अस्पताल गर्भाशय फाइब्रॉएड के लिए उपचार प्रदान करते हैं। लेकिन गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज की लागत एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भिन्न होती है।

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड का इलाज क्या होता हैं ?

 

 

गर्भशय में फाइब्रॉएड का इलाज निम्नलिखित तरीको से हो सकता हैं जैसे की-

 

 

दवाइयाँ: हार्मोन थेरेपी और दर्द निवारक दवाओं का उपयोग करके फाइब्रॉइड के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।

 

गर्भाशय की रक्त आपूर्ति ब्लॉक करना: इस विधि में, एम्बोलाइज़ेशन के माध्यम से फाइब्रॉइड को पोषण देने वाली रक्त धमनियों को बंद कर दिया जाता है।

 

फोकस्ड अल्ट्रासाउंड: यह नॉन-सर्जिकल विधि है, जिसमें अल्ट्रासाउंड की ऊर्जा का उपयोग करके फाइब्रॉइड को नष्ट किया जाता है।

 

माइओमेक्टोमी: इस सर्जिकल प्रक्रिया में, फाइब्रॉइड को गर्भाशय से दीवार से अलग किया जाता है, जबकि गर्भाशय को बचाया जाता है।

 

हिस्टेरेक्टोमी: यह एक अंतिम विकल्प है, जिसमें गर्भाशय को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। इसे केवल तब अनुशंसित किया जाता है जब अन्य उपचार विफल रहते हैं।

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के इलाज के लिए कोलकाता के अच्छे अस्पताल

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के इलाज के लिए मुंबई के अच्छे अस्पताल

 

 

गर्भाशय में फाइब्रॉएड के इलाज के लिए चेन्नई के अच्छे अस्पताल

 

 

 

 

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न-

 

 

 

1. गर्भाशय से फाइब्रॉएड को कम करने का क्या तरीका होता हैं ?

 

गर्भाशय से फाइब्रॉएड को कम करने या हटाने के लिए विभिन्न सर्जरी का सुझाव दे सकता है। फाइब्रॉइड निकलने के कई तरीके होते हैं परन्तु इसका इलाज मरीज की स्थिति पर भी निर्भर करता हैं।

 

 

2. बिना सर्जरी के गर्भाशय फाइब्रॉएड का इलाज किया जा सकता है ?

 

 

गर्भाशय फाइब्रॉएड का बिना सर्जरी के भी इलाज हो सकता हैं परन्तु यह फाइब्रॉएड के साइज और लक्षण पर निर्भर करता हैं। गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या को दवाइयों और कुछ हार्मोनल थेरेपी के जरिए भी ठीक किया जा सकता हैं।

 

 

3. गर्भाशय फाइब्रॉएड को सर्जरी की आवश्यकता कब हो सकती हैं ?

 

 

गर्भाशय फाइब्रॉएड को नॉन-सर्जिकल और दवाइयों के द्वारा भी ठीक किया जाता हैं, परन्तु कई बार समस्या गंभीर होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ती हैं और सर्जरी की ज़रूरत तब पड़ती हैं जब फाइब्रॉएड बांझपन, दर्द या अत्यधिक रक्तस्राव जैसे परेशानी उतपन्न हो जाती हैं।

 

 

4. फाइब्रॉएड का साइज कितना होता है ?

 

कुछ फाइब्रॉएड का आकार 1 मिमी (0.04 इंच) जितना छोटा होता है; अन्य व्यास में 20 सेमी (8 इंच) या अधिक के रूप में बड़े हैं। गर्भाशय फाइब्रॉएड एक तरबूज के आयाम तक बढ़ सकता है।

 

 

5. क्या गर्भाशय फाइब्रॉएड बाद में कैंसर बन सकता हैं ?

 

गर्भाशय फाइब्रॉएड एक गंभीर समस्या हैं, यह गर्भाशय में बनने वाला एक ट्यूमर होता हैं यदि यह सही समय पर ठीक नहीं होता हैं तो यह गर्भाशय कैंसर का रूप भी ले सकता हैं।

 

 

 

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