जाने मेनोपॉज के बाद महिलाओं को कैसे रखना चाहिए, सेहत का ख्याल

क्या आप भी मेनोपॉज के बाद अधिक परेशानी में हैं तो जानिए इस स्थिति में किस प्रकार रखे अपना ध्यान ? जैसा कि सब जानते हैं कि मासिक धर्म (periods) का होना महिलाओं में एक आम समस्या हैं परन्तु उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं में ये समस्या खत्म हो जाती हैं जिसे कि मेनोपॉज के नाम से जाना जाता हैं। देखा गया हैं कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में अनेक परेशानियां उतपन्न होना लगती हैं। मेनोपॉज के बाद महिलाओं में शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तन होते हैं, और कई महिलाओं को इस स्थिति में परेशानियाँ महसूस होती हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है पतंतु यहां कुछ उपाय दिए जा रहे हैं जो मेनोपॉज के बाद अपना ध्यान रखने में मदद कर सकते हैं।

 

 

 

मेनोपॉज क्या होता हैं ? (what is Menopause in Hindi)

 

 

मेनोपॉज, महिलाओं के जीवन में एक प्राकृतिक और सामान्य प्रक्रिया है जो उनके शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तनों को संकेत देती है। मेनोपॉज का अर्थ है मासिक धर्म (periods) की समाप्ति। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में अनेक परेशानियां देखने को मिलती हैं जैसे कि-ओस्टियोपोरोसिस (हड्डियों की कमजोरी), हृदय रोग, और स्तन कैंसर, थकान, कमजोरी आदि। मेनोपॉज की आम उम्र 45 से 55 वर्ष के बीच होती है, लेकिन यह अंतर व्यक्ति के अनुसार भिन्न हो सकता है।

 

 

 

मेनोपॉज के लक्षण क्या नज़र आते हैं ? (menopause symptoms in Hindi)

 

 

मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जो उनके शारीरिक, भावनात्मक, और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े होते हैं। यहां कुछ सामान्य मेनोपॉज़ के लक्षण दिए जा रहे हैं:

 

 

  • पीरियड्स में बदलाव: जब महिलाओ में मेनोपॉज कि स्थिति होती हैं तो धीरे-धीरे उनके पीरियड्स अत्यधिक कम होने लगते हैं।

 

  • मूड मे बदलाव: महिलाओं के मूड में बदलाव आने लगता हैं जैसे कि- चिंता, उदासी, या गुस्सा ज्यादा हो सकता है।

 

  • नींद कि समस्या: नींद की कमी, अधिक नींद या नींद के बीच में अनियमितता का अनुभव हो सकता है।

 

  • यौन इच्छा में कमी: यौन इच्छा में कमी आने लगती हैं।

 

  • गर्भाशय का सिकुड़ना: जब महिलाएं मेनोपॉज कि स्थिति में होती हैं तो उनका गर्भाशय सिकुड़ने लगता हैं।

 

  • वजन बढ़ना: मेनोपॉज के बाद मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिसके कारण महिलाओं का वजन बढ़ने कि संभावना बढ़ जाती है।

 

  • मांसपेशियों और जोड़ो में अधिक दर्द: मेनोपॉज कि स्थिति के बाद महिलाएं अधिकतर कमजोरी महसूस करती हैं जिससे की उनके वह अन्य परेशानी के साथ-साथ मांसपेशियों और जोड़ो में अधिक दर्द भी महसूस करती हैं।

 

  • हॉट फ्लैश: हॉट फ्लैशेस और अचानक से शरीर में गर्माहट महसूस करना मेनोपॉज के सबसे शुरुआती लक्षणों में से एक हैं।

 

 

 

मेनोपॉज के बाद महिलाओं को सेहत का ख्याल कैसे रखना चाहिए ? (Menopause Ke Baad mahilao ko Apna Dhyan Kaise rakhna chahiye in Hindi)

 

 

मेनोपॉज के बाद महिलाओं को सेहत का ख्याल अवश्य रखना चाहिए जिससे की वह स्वस्थ रहे। मेनोपॉज के बाद महिलाओं को सेहत का ख्याल रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं जिन्हें वे अपना सकती हैं-

 

 

  • निमयमित रूप से जाँच करवाना: महिलाओं को नियमित रूप से डॉक्टर से जाँच करवानी चाहिए जिससे की कोई समस्या हो तो उसका समय रहते पता चल जाएं तथा उसका इलाज भी सही समय पर हो जाएं।

 

  • स्वस्थ आहार: एक संतुलित और पोषण से भरपूर आहार लेना जरूरी है। यह आहार होना चाहिए जो कैल्शियम, विटामिन डी, और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर हो।

 

  • नियमित व्यायाम: व्यायाम और शारीरिक गति बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह सेहत को ठीक रखने में मदद करता है और बीमारियों से बचाने में मदद करता हैं।

 

  • नियमित ध्यान और मेडिटेशन: ध्यान, प्राणायाम, और मेडिटेशन करना मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है और तनाव को कम कर सकता है।

 

  • अपने भावनात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रखें: महिलाओं को अपने भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। यह उन्हें स्वस्थ में और सकारात्मक में रहने में मदद कर सकता है।

 

  • सोने की अच्छी आदतें: पर्याप्त और गहरी नींद लेना महत्वपूर्ण है। नींद की कमी से भावनात्मक और शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।

 

  • अधिक समय तक बैठे न रहे: लंबे समय तक बैठे रहने से बचें। लंबे समय तक बैठना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

 

  • धूम्रपान और शराब के सेवन से बचे: मेनोपॉज के बाद महिलाओं का धूम्रपान और शराब का सेवन करना अधिक घातक हो सकता हैं इसलिए उन्हें नशीले पदार्थो से दूरी बना लेनी चाहिए।

 

 

 

मेनोपॉज के बाद महिलाओं को अपनी डाइट में क्या शामिल करना चाहिए ? (Menopause Ke Baad mahilao ko apni diet main kya shamil karna chahiye in Hindi)

 

 

मेनोपॉज के बाद महिलाओं को एक संतुलित और पोषण से भरपूर डाइट अपनाना चाहिए जो उनकी सेहत को स्थिर रखने में मदद करे। यहां कुछ महत्वपूर्ण आहार उपयोगी होते हैं जिन्हें महिलाओं को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए-

 

 

फल और सब्जियाँ: फल और सब्जियों में विटामिन, मिनरल्स, और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें अनार, अमरूद, सेब, संतरे, गाजर, टमाटर, पालक, गोभी, और ब्रोकोली शामिल हैं।

 

कैल्शियम और विटामिन डी: मेनोपॉज के बाद, कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन बढ़ाना जरूरी है जो हड्डियों को मजबूत और ठोस रखने में मदद करता है। इसके लिए दूध उत्पाद, पालक, ब्रोकोली, संतरे, मछली, और सूरज की किरणों का संपर्क उपयोगी होता है।

 

पर्याप्त मात्रा में पानी पिए: पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और संतुलित ऊर्जा स्तर बनाए रखता है तथा इससे आपका शरीर भी हाइड्रेट रहता हैं।

 

प्रोटीन युक्त आहार: मेनोपॉज के बाद, प्रोटीन का सेवन बढ़ाना महत्वपूर्ण है जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखता है और मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है। प्रोटीन से सम्बंधित अनेक चीजें अप्प अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं जैसे कि- दूध उत्पाद, दालें, नट्स, बीफ, मछली, और अंडे।

 

इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ने वाले खाद्य पदार्थ: मेनोपॉज के बाद महिलाओ में इम्युनिटी की अधिक कमी हो जाती हैं जिसके कारण वह अनेक संक्रमणों के चपेट में आ जाती हैं इसलिए उन्हें अपनी डाइट में इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ने वाले खाद्य पदार्थो को शामिल करना चाहिए जैसे की-लहसुन, हल्दी, सिट्रस फ्रूट, ब्लूबेरी, शकरकंद, पालक आदि।

 

 

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