ECMO का मतलब हैं एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन यह एक मशीन हैं इसका प्रयोग ओपन हार्ट सर्जरी में किया जाता हैं। ECMO गंभीर रूप से बीमारियों के लिए अंतिम विकल्प होता हैं ECMO एक ऐसा ट्रीटमेंट हैं जो की पुरे शरीर में ऑक्सीजन प्रदान करने के अलावा फेफड़ो तथा हृदय को ठीक करने के लिए भी पर्याप्त समय प्रदान करता हैं। जब कोई मरीज ECMO मशीन से जुड़ा होता हैं तो रक्त ट्यूब के माध्यम से मशीन में एक कृत्रिम फेफड़े में प्रभावित होता हैं जो ऑक्सीजन जोड़ता हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को बहार निकालता हैं।
ECMO का प्रयोग गंभीर स्थिति में किया जाता हैं एक तरीके से यह ट्रीटमेंट फेफड़ो और हृदय को आराम करने का समय देती हैं। इसका इस्तेमाल अनेक बिमारिओं में किया जाता हैं तथा इसका प्रयोग covid -19 में भी किया गया था। यह शरीर को ऑक्सीजन प्रदान करने में मदद करता हैं जब मरीज के अंग काम करना बंद कर दे।
ECMO दो प्रकार के होते हैं
वेनवर्टेरिअल (Venoarterial) ECMO:इस वेनवर्टेरिअल ECMO में, रक्त एक बड़ी नस से निकल जाता हैं और इसे एक बड़ी मात्रा में वापस कर दिया जाता हैं। जिसे ऑक्सीजन युक्त रक्त रोगी के शरीर में प्रसारित होता हैं। इसमें गर्दन और कमर में नालिया लगायी जाती हैं।
वेनोवेनोस (Venovenous) ECMO: वेनोवेनोस ECMO सिर्फ फेफड़ो को सहारा देने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं। जिसे रोगी को शरीर की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रूप से काम करता हैं। इसमें दो नलकियों को हृदय के निकट या भीतर के जगहों में रखा जाता हैं।
ECMO ट्रीटमेंट का उपयोग कब किया जाता हैं ?
- शरीर को पर्याप्त रक्त पंप करने में हृदय की अक्षमता।
- ECMO ट्रीटमेंट का प्रयोग हार्ट फ़ैल , फेफड़ो के काम न करने या दिल की सर्जरी से उभरने वाले मरीजों के लिए किया जाता हैं।
- कार्डियक कैथीटेराइजेशन लैब में उच्च जोखिम प्रक्रियाओं के दौरान समर्थन (सपोर्ट) के लिए।
- कई मरीजों को बीमारी के कारण होने वाली स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण सांस लेने में तकलीफ़ होती हैं जिसके लिए यह ECMO के उपयोग करना होता हैं।
ECMO का उपयोग कैसे होता हैं ?
जब शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के अन्य सभी विकल्प खत्म हो जाते हैं तो एक मरीज के लिए ECMO का इस्तेमाल किया जाता हैं। ECMO मशीन को प्लास्टिक ट्यूब के सेट के जरिये मरीज में जोड़ा जाता हैं। इसका उपयोग करके रक्त को ऑक्सीजनटोर में पंप किया जाता हैं। यह फेफड़े और हृदय को उचित सहायता प्रदान करता हैं।
ECMO ट्रीटमेंट के लिए बेस्ट अस्पताल।
- मैक्स मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल, पंचशील पार्क, दिल्ली
- मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, शालीमार बाग, दिल्ली
- मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत दिल्ली
- बीएलके सुपर स्पेशलिटी अस्पताल दिल्ली
- मणिपाल अस्पताल नई दिल्ली
- फोर्टिस अस्पताल शालीमार बाग, दिल्ली
- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल नई दिल्ली
- वेंकटेश्वर अस्पताल, नई दिल्ली
- बत्रा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर नई दिल्ली
- फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- आईबीएस अस्पताल, नई दिल्ली
- सीके बिरला अस्पताल, पंजाबी बाग, दिल्ली
- फोर्टिस ला फेमे अस्पताल, नई दिल्ली
- एससीआई इंटरनेशनल हॉस्पिटल, नई दिल्ली
- आकाश हेल्थकेयर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, नई दिल्ली
- फोर्टिस फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजन ढल अस्पताल, वसंत कुंज, दिल्ली
यदि आप इनमें से कोई अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।
ECMO ट्रीटमेंट में कितना खर्च आता हैं ?
अधिकतर इलाज का खर्च जो होता है वह किस अस्पताल में कराया गया हैं उस पर निर्धारित होता हैं। परन्तु इसका इस्तेमाल निजी अस्पतालों में ही होता हैं। ईसीएमओ ट्रीटमेंट से पहले डॉक्टर मरीज के स्वास्थ्य की जांच करेगा उसके बाद ही वह कोई निर्णय लेंगे। यदि आप ईसीएमओ के इलाज की सही लागत जानना चाहते हैं तो इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
मरीज के शरीर से ईसीएमओ कैसे हटाया जाता हैं ?
रोगी को ईसीएमओ से व्यवस्थित रूप से हटाया जाता है। डॉक्टर रोगी की स्थिरता और स्वास्थ्य का निरीक्षण करने के लिए ईसीएमओ द्वारा प्रदान किए जाने वाले ऑक्सीजन समर्थन को धीरे-धीरे कम करने की सलाह देते हैं। यदि रोगी सकारात्मक प्रतिक्रिया देता है, तो उसे ईसीएमओ से हटा दिया जाता है |
ECMO के दौरान
ECMO से जुड़े रहने पर रोगी का हृदयगति , रक्तचाप ऑक्सीजन के स्तर और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर की बहुत अच्छे से देखभाल की जाती हैं। मरीज को शुरू में बेहोस किया जाता हैं यदि एक बार रोगी ECMO से जुड़ जाये उसके बाद मरीज को किसी भी प्रकार का दर्द महसूस नहीं होता तथा रोगी को आराम देने के लिए कुछ दवाइयाँ भी दी जाती हैं। यह बस हृदय और फेफड़ो को सहरा देता हैं मरीज कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक ECMO पर बना रहता हैं। कुछ मामलों में, मरीज ECMO के बावजूद गंभीरता से उबर नहीं पाते हैं। लेकिन ECMO ज्यादातर मामलों में मरीजों के जीवित रहने में सुधार करता है।
ECMO के जोखिम कारक क्या है ?
ECMO मरीज को बचने का आखिरी विकल्प होता है ,इसमें कई जोखिम कारक भी आ जाते हैं , जैसे की –
- इससे दूसरे व्यक्ति को संक्रमण होने की संभावना रहती है, क्योंकि इसी से कई मरीजों को ब्लड भी दिया जाता है।
- ऑक्सिजेनेट करने के लिए जिस हिस्से में ट्यूब डाली जाती है, वहां इंफेक्शन के चांस रहते हैं।
- कुछ स्थिति में मरीजों में स्ट्रोक की संभावना भी बढ़ जाती है।
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